नजर से नजर मिलेगी तो सर को झुका लेगी

नजर से नजर मिलेगी तो सर को झुका लेगी,
और तु वेबफा प्यार में हमारा इम्तहान क्या लेगी,
तुझसे चिराग जलाने को क्या कहें,
तु अभी न समझ है अपनी अँगुलियाँ जला लेगी।

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