ये दर्द का तूफान गुजरता क्यूँ नहीं...

ये दर्द का तूफान गुजरता क्यूँ नहीं,
दिल टूट गया है तो बिखरता क्यूँ नहीं,
एक ही शख्स को चाहता है क्यूँ इतना,
जालिम इस दिल में दूसरा उतरता क्यूँ नहीं।

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