हर एक ज़जबात को जूवान नहीं मिलती
हर एक ज़जबात को जूवान नहीं मिलती,
हर एक आरजू को दुआ नहीं मिलती,
मुस्कराहट बनाये रखो तो दुनियाँ है साथ,
वरना आँसूओं को भी आँखों में पनाह नहीं मिलती।
हर एक आरजू को दुआ नहीं मिलती,
मुस्कराहट बनाये रखो तो दुनियाँ है साथ,
वरना आँसूओं को भी आँखों में पनाह नहीं मिलती।
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