अगर यही समस्या रही तो हल भी निकलेगा

अगर यही समस्या रही तो हल भी निकलेगा,
जमीं वंजर हुई तो क्या यहीं से जल भी निकलेगा,
न रहो मायूस न घबरा अंधेरे से,
इन्ही अंधेरों के दामन से सुनेहरा कल भी निकलेगा।

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