इस जहाँ में मोहब्बत काश ना होती
इस जहाँ में मोहब्बत काश ना होती,
तो सफर-ऐ-जिंदगी में मिठास ना होती,
अगर मिलती बेवफाओं को सजा में मौत,
तो दीवानों की कब्रें उदास ना होती ।
तो सफर-ऐ-जिंदगी में मिठास ना होती,
अगर मिलती बेवफाओं को सजा में मौत,
तो दीवानों की कब्रें उदास ना होती ।
Comments