उठ-उठ कर किसी का इंतजा़र करके देखना
उठ-उठ कर किसी का इंतजा़र करके देखना,
आप भी किसी से प्यार करके देखना,
कैसे टूट जाते हैं ये प्यार के नाज़ुक रिस्ते,
तुम गलतियाँ दो-चार करके देखना,
अगर जिंदगी का असली मज़ा लेना है तो,
बारिस में खड़ी दीवार करके देखना,
नफरत हो जायेगी सारे जहाँ से,
प्यार सिर्फ हमसे एक बार करके देखना।
आप भी किसी से प्यार करके देखना,
कैसे टूट जाते हैं ये प्यार के नाज़ुक रिस्ते,
तुम गलतियाँ दो-चार करके देखना,
अगर जिंदगी का असली मज़ा लेना है तो,
बारिस में खड़ी दीवार करके देखना,
नफरत हो जायेगी सारे जहाँ से,
प्यार सिर्फ हमसे एक बार करके देखना।
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