आज हम उन्हें बेवफा बताकर आये हैं

आज हम उन्हें बेवफा बताकर आये हैं,
उनके खतों को पानी में बहा कर आये हैं,
कोई निकाल कर पढ़ ना ले उन्हे इसलिए,
आज हम पानी में भी आग लगा कर आये हैं ।

Comments

Popular posts from this blog

उम्मीदों के आगे टूट जाना अच्छा नहीं लगता