उम्मीदों के आगे टूट जाना अच्छा नहीं लगता

उम्मीदों के आगे टूट जाना अच्छा नहीं लगता,
किसी के सामने हाथ फैलाना अच्छा नहीं लगता,
मुझे देने वालों की ही कतार में रखना मेरे मालिक,
तेरे दर के सिवा कहीं सर झुकाना अच्छा नहीं लगता।

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