फूल खिलते हैं बहारों का समा होता है,
फूल खिलते हैं बहारों का समा होता है,
ऐसे मौसम में ही तो प्यार जवां होता है,
दिल की बातों को होठों से नहीं कहते,
ये फसाना तो निगाहों से बयां होता है।
ऐसे मौसम में ही तो प्यार जवां होता है,
दिल की बातों को होठों से नहीं कहते,
ये फसाना तो निगाहों से बयां होता है।
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