सवेरे-सवेरे हो खुशियों का मेला
सवेरे-सवेरे हो खुशियों का मेला,
न लोगों की परवाह न दुन्याँ का झमेला
पंछियों का संगीत और मौसम हो अलबेला,
मुबारक हो दोस्त आपको ये खूबसूरत सवेरा।
न लोगों की परवाह न दुन्याँ का झमेला
पंछियों का संगीत और मौसम हो अलबेला,
मुबारक हो दोस्त आपको ये खूबसूरत सवेरा।
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