कि चोट लगे और आंखों में पानी भर लूं
कि चोट लगे और आंखों में पानी भर लूं इतना वक्त कहां है
किसी पर दिल खोलकर मर लूं इतना वक्त कहां है,
अभी तो मां बाप का एक भी सपना पूरा नहीं हुआ
तुम कहते हो आराम कर लूं इतना वक्त कहां है।।
कि चोट लगे और आंखों में पानी भर लूं इतना वक्त कहां है
किसी पर दिल खोलकर मर लूं इतना वक्त कहां है,
अभी तो मां बाप का एक भी सपना पूरा नहीं हुआ
तुम कहते हो आराम कर लूं इतना वक्त कहां है।।
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