दिलों में आग लबों पर गुलाब रखते हैं

 दिलों में आग लबों पर गुलाब रखते हैं 

सब अपने चेहरे पर दोहरी नकाब रखते हैं,,

              हमें चिराग समझकर बुझा ना पाओगे

              हम अपने अन्दर खुद आग रखते हैं।। 

Comments

Popular posts from this blog

उम्मीदों के आगे टूट जाना अच्छा नहीं लगता