खाने वाले तो बहुत मिलेंगे एक वो ही है जो हमें कमाकर खिलाता है, और दुनिया तुम्हें फकीर बनाने की सोचेगी मेरे दोस्त एक बाप है जो अपनी औलाद को राजा बनाना चाहता है।
मिला नहीं कोई दिल से चाहने वाला और वक़्त गुजारी वाला काम हमसे हुआ नहीं, दिमाग में तेरे लिए हवश नहीं दिल में तेरे लिए इज्जत है जानेमन इसिलिए आज तक तुझे छुआ नहीं।
आंखों से सबाल पूंछना किसने सिखाया तुमको मुस्कराकर मार देना किसने सिखाया तुमको, मन तो करता है तुम्हें सामने बिठाकर रखूं उसने इतना प्यारा क्यों बनाया तुमको।।
की जाना ही था तो बताकर जाती यू बेवफा का इल्जाम खुद पर ना लगबाती, हमने तो सोचा था की हम ही तड़प रहे आपकी यादों में लेकिन आंखें बता रही हैं की नींद रात भर आपको भी नहीं आती।
किसी के बुलाबे को ठुकराया नहीं करते जिसे दिल से लगाया हो उसे भुलाया नहीं करते, कर देते हैं नजर अंदाज खताओ को मेरी जान यूं सच्चे आशिक को तड़पाया नहीं करते।
इश्क कितना भी कम है पर तुझसे ज्यादा है मेरा किसने काहा की तुझे छोड़कर जाने का इरादा है मेरा, तू कर शादी जिससे भी करनी है तुझको मैं आऊँगा तेरी शादी में ये वादा है मेरा।
हम बैठे हैं इन्तजार में जरा मिलने तो आया करो मैं समझूंगी हर बात जरा प्यार से समझाया करो, हम ही क्यों करें इजहार हर बार हर दफा देख कर हमें कभी तुम भी मुस्कुराया करो।
कि इश्क़ एक ही जात में हो जरूरी है क्या वो राजी हर एक बात में हो जरूरी है क्या, हम दिल दे बैठे जिस मौसम में वो मौसम पतझड़ का था मोहब्बत बस बरसात में हो जरूरी है क्या।
तेरे गांव में फिर से आने लगा हूँ मैं तुज्हे देख हरपल मुस्कुराने लगा हूँ मैं, कर दे मुकम्मल मेरे अधूरे इश्क को अब तेरे इश्क में खुद को बुलाने लगा हूँ मैं।।
खुदा ने कहा मैं दुनिया की दौलत तेरे कदमों में रख दुंगा तुझे रहना पड़ेगा अपनी माँ से दूर कहीं, मैने काहा ऐ खुदा मुझे और कंगाल कर दे लेकिन तेरा फैसला मुझे मंजूर नहीं।।
जैसा मैं चाहती फिर सब बैसा होता मेरी कसमें सच्ची होती तब फिर कैसा होता, जैसा बताया था मेने अपनी सहेलियों से तेरे बारे में कास तू थोड़ा बहुत भी बैसा होता।।
रातो में जागने वाला मैं इकलौता नहीं हूँ आंखें बंद होती हैं मगर सोता नहीं हूं,, यही बात मुझे औरो से अलग बनाती है तुम्हारी तरह मैं हर किसी का होता नही हूँ ।।
कि बात को समझो मेरे दोस्त वो मात खाऐगा जो मौके पर चौका नहीं देगा, और लोगों पर यकीन उतना रख जितना वो लायक है ं किसके माथे पर लिखा है की वो धोखा नही देगा।।
सब में कमियां है यहाँ कोई बेहतरीन नही होता बात नज़रिऐ की है कोई चेहरा हशीन नहीं होता,, जनाजे़ उठ चुके हैं इस कदर भरोसे के कि अब कोई कसमें भी खाले फिर भी यकीन नहीं होता।।
कि चोट लगे और आंखों में पानी भर लूं इतना वक्त कहां है किसी पर दिल खोलकर मर लूं इतना वक्त कहां है, अभी तो मां बाप का एक भी सपना पूरा नहीं हुआ तुम कहते हो आराम कर लूं इतना वक्त कहां है।।
विजी होंगे कोई काम आगया होगा हम तो यह सोचकर अपना मन समझा लेते थे, बुरे वक़्त ने करा दी पहचान अपने और परायों की व़रना हम तो पहली बार में सबका फोन उठा लेते थे।।
तेरे शहर से गुजरेंगे तो याद तक नहीं करेंगे तेरे सामने भी आगये तो बात तक नहीं करेंगे, और चाट लेना अपनी दौलत को श़ोस लगाकर हम इतना कमाऐंगे कि हिसाब तक नहीं करेंगे।।
खुदा से कोई बात अन्जान नहीं होती, इंसान की बन्दगी बेईमान नहीं होती, कभी तो माँगा होगा हमने भी इक प्यारा सा दोस्त, वरना युँहि हमारी आपसे पहचान नहीं होती।
जिंदगी में कभी तो याद करोगे, महफिल में नहीं तो तनहाई में याद करोगे, हमारे जैसा ना कोई मिला है ना मिलेगा, अरे इक बार पाकर के तो देखो किस्मत पर नाज करोगे।